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원제목은 소설과 같은 <Moby Dick>이다.
그레고리 펙(Gregory Peck, 1916~ 2003년)이 에이헤브(Ahab) 선장을....리차드 베이스하트(Richard Basehart,1914~1984년)가 이스마엘역을 했다.
출연 배우 중 그레고리 펙 외에 아는 배우는 없었다.

그 유명한 첫 문장 'Call me Ishmael'로 역시 시작한다....
전반적으로 소설보다는 못했으나.......고래를 잡는 장면은 도움이 되었다.....

요즈음에는 CG기술이 좋으니 다시 한 번 만들어 볼 수 있지 않을까 싶다...
물론 2015년에 'In the Heart of the Sea' (하트 오브 더 씨)로 본 적이 있으나....기억이 잘 나지 않는다.....
이 영화는 소설 '바다 한 가운데서 - 포경선 에식스호의 비극'을 영화화 한 것이다.
소설은 '1819년에 발생한 19세기 최대의 해양참사로 알려진 포경선 에식스호의 비극을 다룬 논픽션'이라고 한다.
(허먼 멜빌이 에식스호의 일등 항해서였던 체이스의 아들을 만나 아버지의 조난기를 받아 읽고 감명을 받고 '모디딕'을 쓸 생각을 했다는 등 등)



하여튼 기억에 남긴 장면과 문장은.....

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너무나 유명한 소설속의 첫 문장.....영어로는 단순하지만(Call me Ishmael) 번역본에서는 꽤 다른 문장들이다.
'모비딕" 원서를 공들여 번역한 국내 번역본은 3종류인 것으로 보인다.
아주 단순한 한 문장이라도 이렇게 다르게 번역할 수 있구나라는 것을 느끼게 해주는 사례로 볼 수 있다.

김석희씨는 '내 이름을 이슈메일이라고 해 두자'라고 번역했다...
황유원씨는 '나를 이슈미얼로 불러 달라'라고 번역했다...
강수정씨는 '내 이름은 이슈마엘'로 번역했다.
허연기자는 번역은 하지는 않았지만 모비딕이 '날 이스마엘이라고 불러다오(Call me Ishmael)'로 시작한다고 했다.

소설과 영화 전부를 본 내 느낌은......김석희씨의 번역 문장이 가장 마음에 든다.
이 정도 사건을 겪은 사람이라면 대충 이런 정도로 마음을 내려 놓은 문장을 뺕어 냈을 것 같다....
"이름이야 뭐 중요하겠는가.... 대충 그냥 ㅇㅇ라고 해 두자. 중요치도 않은 것을......"
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소설에는 있는 문장인지 모르겠지만.....멋진 문장이다..
즐겨 듣는 팝캐스트 '일당백'에서 정승민교수는 모비딕에서 바다는 우리 모두의 삶, 우주를 비유한다고 했다.
그렇게 읽으면 이 대사는 더욱 더 멋진 해설이 된다..
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그렇다....
모비딕이 명작인 것은 이렇게 다양한 비유로 읽으면 다른 해석이 가능하다는 것이다...
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그런가?
눈에 보이는 것은 그냥 가면일 뿐이 아닐까?
가면 아래는 진짜인가? 가면 아래 보이는 것은 진짜 인가? 또 다른 가면인가?
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그렇다...
우리는 정말로 자기라고 생각하는 그 자신을 경계해야 하는 것 같다......
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장면과 문장도 멋지지만....
나는 웬지 타이타닉의 이 장면이 1956년 <백경>의 이 장면을 오마주(hommage) 한 것이 아닐까?라는 생각이 들었다.

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그렇다. 그래야 하거늘...
신이 하나가 아니듯 '내 속에 내가 너무도 많다."

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그렇다.
항해가 인생이라면......나는 선한 항해를 하는 중인가? 사악한 항해를 하는 중인가? 그저 흘러 가는 중인가? 어디를 향해 분명히 가고 있는 중인가?
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그렇다.
봤다고 해서 진짜라는 법은 없다...
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감독이 하고 싶은 말은 바로 이런 것일 것이다.
당신에게는 당신을 미치게 하는 이런 것....죽음처럼 밀어 부치는 그런 것이 있는가?
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감독은 이걸 보여 주고 싶었던 것 같다...
우리는 무엇을 위해 이렇게 치열하게 싸우 본 적이 있는가? 증오처럼....죽음처럼.....에이헤브처럼...
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너무나 아이러니한 설정.....
죽은 자를 눕히는 관에 누워서 살아 남는.......

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